Singrauli News: सिक्कल कंपनी के एचआर मैनेजर के खिलाफ साजिश! फर्जी केस में फंसाने की कोशिश?

सिक्कल कंपनी के एचआर मैनेजर के खिलाफ साजिश! फर्जी केस में फंसाने की कोशिश?
सिंगरौली: सिंगरौली जिले में एनसीएल (नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड) की निगाही परियोजना में काम कर रही सिक्कल-एसआईपीएल कंपनी के एचआर मैनेजर रंजीत सिंह को फर्जी केस में फंसाने की साजिश का मामला सामने आया है। आरोप है कि कुछ असंतुष्ट कर्मचारी, जो पहले डीबीएल कंपनी में काम करते थे, अब सिक्कल कंपनी में नौकरी पाने के लिए उन पर दबाव बना रहे हैं। जब उन्हें नौकरी नहीं मिली, तो उन्होंने झूठी शिकायत कर उन्हें बदनाम करने की कोशिश की।
क्या है पूरा मामला?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, रंजीत सिंह लंबे समय से सिक्कल कंपनी के एचआर मैनेजर के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने हमेशा ईमानदार और पारदर्शी तरीके से काम किया है, जिससे उनकी छवि जिले में बेदाग़ बनी हुई है। लेकिन कुछ असंतुष्ट लोग, जो डीबीएल कंपनी में काम कर चुके थे, अब सिक्कल में भी नौकरी पाने के लिए गलत हथकंडे अपना रहे हैं।
रंजीत सिंह के अनुसार, कुछ लोग लगातार उनके पास नौकरी के लिए दबाव बना रहे थे।
कई बार ये लोग अपनी पत्नियों को लेकर भी नौकरी की सिफारिश के लिए पहुंचे।
जब एचआर मैनेजर ने यह स्पष्ट कर दिया कि कंपनी में कोई जगह खाली नहीं है, तो उन्होंने झूठी शिकायत दर्ज करा दी।
आरोप है कि यह समूह नौकरी दिलाने के नाम पर अन्य लोगों से पैसे भी ऐंठता रहा है और जब बात नहीं बनी, तो झूठे मुकदमे दर्ज कराने की धमकी दी गई।
फर्जी केस की धमकी!
रंजीत सिंह का कहना है कि 22 मार्च 2025 को सुबह, हरीश चंद्र शर्मा अपनी पत्नी के साथ उनके कमरे के बाहर आया और फिर से नौकरी की मांग करने लगा। जब सिंह ने मना किया, तो उसने धमकी दी कि “मैं तुम्हें देख लूंगा, नौकरी लेकर ही रहूंगा।”
कुछ घंटों बाद, उन्हें पता चला कि उनके खिलाफ एक फर्जी शिकायत दर्ज कर दी गई है।
शिकायत में क्या आरोप लगाए गए हैं?
आरोपियों ने झूठा केस दर्ज कर यह दिखाने की कोशिश की कि रंजीत सिंह ने उनके साथ गलत व्यवहार किया।
आरोपियों ने झूठे सबूत बनाकर प्रशासन पर दबाव डालने की कोशिश की।
इसमें कुछ स्थानीय पत्रकार भी शामिल बताए जा रहे हैं, जो बिना किसी सच्चाई की जांच किए गलत खबरें फैला रहे हैं।
सिक्कल कंपनी ने दिया सबसे ज्यादा रोजगार
सिक्कल कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि सिंगरौली जिले में सबसे ज्यादा रोजगार सिक्कल ने ही दिया है।
जिले में जितनी भी आउटसोर्सिंग कंपनियां कार्यरत हैं, उनमें सिक्कल कंपनी सबसे अधिक स्थानीय लोगों को रोजगार दे रही है।
868 लोगों की लिस्ट में से 600 से ज्यादा लोगों को सिक्कल कंपनी ने नौकरी दी है।
जो लोग अभी तक नौकरी नहीं पा सके, वे कंपनी पर जबरन दबाव बना रहे हैं।
रंजीत सिंह का बयान: फर्जी आरोप लगाने वालों पर होगी कानूनी कार्रवाई
रंजीत सिंह ने कहा है कि वह इस मामले को लेकर माननीय न्यायालय में जाएंगे और मानहानि का केस दायर करेंगे।
उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि पूरी निष्पक्षता से जांच कराई जाए।
फर्जी रिपोर्ट दर्ज कराने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
उन पत्रकारों पर भी मानहानि का केस किया जाएगा, जिन्होंने बिना सच्चाई की जांच किए भ्रामक खबरें फैलाईं।
क्या प्रशासन कार्रवाई करेगा?
अब सवाल यह उठता है कि क्या प्रशासन इस मामले की निष्पक्ष जांच करेगा?
अगर यह सच साबित होता है कि फर्जी रिपोर्ट दर्ज कराई गई है, तो आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
यदि सिक्कल कंपनी ने ईमानदारी से काम किया है और आरोप झूठे साबित होते हैं, तो झूठी शिकायत करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
वही सिंगरौली जिले में रोजगार को लेकर विवाद बढ़ते जा रहे हैं।सिक्कल कंपनी ने जिले में सबसे ज्यादा रोजगार दिया है, लेकिन कुछ असंतुष्ट लोग गलत तरीकों से नौकरी पाने की कोशिश कर रहे हैं।अगर इस तरह की झूठी शिकायतों का सिलसिला जारी रहा, तो भविष्य में कोई भी कंपनी स्थानीय लोगों को रोजगार देने से हिचकिचाएगी। जिला प्रशासन और न्यायालय को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सच का पता लगाकर उचित कार्रवाई करनी चाहिए।